बटेश्वर धाम का हो रहा है तेजी से कायाकल्प



आगरा : भगवान कृष्ण प्रिया कालिंदी के तट पर देवों के देव महादेव के 101 मंदिरों की अनूठी श्रृंखला के लिए प्रसिद्ध प्राचीन सिद्ध तीर्थ स्थल बटेश्वर धाम के कायाकल्प का काम शुरू हो गया है। इस पहल से धार्मिक के साथ प्राकृतिक पर्यटन का अनूठा संयोग बनेगा।

ध्यान रहे, प्रदेश सरकार द्वारा मंजूर की गई 109 करोड़ रुपये और केंद्र से स्वीकृत 74.5 करोड़ रुपये की लागत से बटेश्वर मंदिर के सुंदरीकरण का प्रस्ताव तैयार किया गया था। अब उस पर अमल शुरू हो गया है। घाटों पर काम चल रहा है। संकुल तैयार हो चुका है।

बटेश्वर धाम की प्राचीन विरासत को सहेजने के लिए बटेश्वर मंदिर परिसर के समेकित पर्यटन विकास का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है। इसके अंतर्गत बटेश्वर परिसर के घाटों का पुनर्स्थापन कर पुनर्जीवन दिया जाएगा। बटेश्वर के प्राचीन पवित्र कुंड के पर्यटन विकास का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है। बटेश्वर के विरासत मंदिरों में प्रकाश व्यवस्था कार्य किया जाएगा। बटेश्वर में एक आकर्षक संगीतमय फव्वारा भी लगाया जाएगा।

बटेश्वर धाम के कायाकल्प से न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था भी समृद्ध होगी। करीब 12.23 करोड़ की स्वीकृत राशि से तैयार किए गए अटल बिहारी वाजपेयी सांस्कृतिक संकुल केंद्र को पहले ही लोकार्पित किया जा चुका है। यही नहीं, यमुना तट पर ईको-टूरिज्म पर आधारित रपड़ी पर्यटन केंद्र भी विकसित होकर सैकड़ों लोगों को प्रतिदिन लाभान्वित कर रहा है।

बाह विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने बताया कि बटेश्वर धाम में पर्यटक व्याख्या केंद्र, पर्यटक सुविधा केंद्र, सुविधा ब्लॉक, ओपन एयर थियेटर का विकास, प्रसाद मंडप, नटराज प्रज्ञा, शिव शक्ति वाटिका, महादेव मंडप, सांस्कृतिक भित्तिचित्र दीवारें और पार्किंग सुविधाओं के साथ निकटवर्ती बाह में लेजर शो की स्थापना और जैन तीर्थ स्थल शौरीपुर का विकास भी विकास प्रस्ताव में शामिल हैं।




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