शल्य चिकित्सा की नई तकनीकों पर हो रहा है मंथन



आगरा : शल्य चिकित्सा की नई विधाओं से अद्यतन होने व बीमारियों व इलाज की नई तकनीकों पर मंथन करने के लिए आगरा में दुनियाभर के शल्य चिकित्सक इकट्ठे हुए हैं। 10 से 14 दिसम्बर तक चलने वाले एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया, यानी एसीकॉन, के वार्षिक सम्मेलन के पांच दिवसीय इस महाकुम्भ में देश व दुनिया के आठ हजार से अधिक शल्य चिकित्सक व लगभग 12 हजार प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

आगरा में एसीकॉन के आयोजन का यह अवसर 36 वर्ष बाद व उत्तर प्रदेश को 22 वर्ष बाद मिला है। एसीकॉन आयोजन समिति के पदाधिकारी डॉ. एचडी मौर्या ने बताया कि 12 दिसम्बर को होटल जेपी पैलेस में कार्यशाला का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक करेंगे। कानपुर से आए आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि एसीकॉन कार्यशाला के आयोजन में 250 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि भाग लेने पहुंचे हैं। इनमें मुख्यतः सार्क देश, जापान, इंग्लैंड व अमेरिका शामिल हैं।

कार्यशाला में 11 दिसंबर को दिल्ली, मुंबई सहित सेंटर फॉर एक्सीलेंस से 20 से अधिक सर्जरी लाइव की जाएंगी। मुम्बई, दिल्ली व कोयम्बटूर जैसे शहरों में होने वाली इन शल्यक्रियाओं का सम्मेलन स्थल पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। प्रशिक्षकों को सर्जरी की तकनीक और जटिलता से जुड़े प्रश्नों के जवाब दिए जाएंगे।

कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील शर्मा ने बताया कि 12 से 14 दिसंबर तक एसीकॉन में देश-विदेश के प्रतिष्ठित चिकित्सक बीमारियों, सर्जरी और नई तकनीकी पर आधारित व्याख्यान देंगे। इसमें देश-दुनिया के सर्जन नई तकनीक और पारंपरिक सर्जरी को और बेहतर करने पर चर्चा करेंगे।

आयोजन में डॉ. ज्ञानप्रकाश, डॉ. अपूर्व चतुर्वेदी, डॉ. रविन्द्र मोहन पचौरी, डॉ. सुरेन्द्र पाठक, डॉ. रातेश गुप्ता, डॉ. जगत पाल, अनव उपाध्याय, एचएल राजपूत, अंकुर बंसल, डॉ. उत्कर्ष, डॉ. करन रावत आदि उपस्थित रहेंगे।




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