आगरा : आगरा हेरिटेज ग्रुप ने शहर को ‘ग्लोबल हेरिटेज सिटी’ का दर्जा दिए जाने की मांग दोहराई है।
समूह ने जोर देकर कहा कि ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी जैसे तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के साथ-साथ ऐतिहासिक स्मारकों और सांस्कृतिक परंपराओं की समृद्ध विरासत होने के बावजूद, आगरा को यह प्रतिष्ठित दर्जा अभी तक नहीं मिला है।
इस संबंध में आयोजित एक बैठक में प्रमुख विरासत कार्यकर्ता बृज खंडेलवाल, डॉ. मुकुल पांड्या, गोपाल सिंह और मेहरानउद्दीन ने भाग लिया। उपस्थित लोगों ने आगरा की समृद्ध विरासत के सामने मौजूद चुनौतियों पर चर्चा की और शहर की वास्तुकला, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखने के लिए समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
ग्रुप के सदस्यों ने चिंता जताई कि अतिक्रमण बढ़ने, यमुना की बिगड़ती हालत और स्थानीय लोगों में अपनी विरासत के प्रति जागरूकता की कमी के कारण इस ऐतिहासिक शहर की पहचान धीरे-धीरे खत्म हो रही है।
बैठक में यमुना नदी की स्थिति पर भी चिंता जताई गई। समूह ने केंद्र और राज्य सरकारों से इस दिशा में त्वरित और ठोस कार्रवाई करने का आग्रह किया ताकि आगरा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सांस्कृतिक धरोहर बना रहे।
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