रेलवे भूमि की नीलामी के बजाय ‘सिटी फॉरेस्ट’ बनाने की मांग



आगरा : रिवर कनेक्ट अभियान के सदस्यों ने ताज ट्रिपेजियम जोन ऑथोरिटी अध्यक्ष और मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी को एक ज्ञापन सौंपा है। इसमें आगरा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए गधा पाड़ा मलगोदाम में रेलवे की भूमि पर एक सिटी फॉरेस्ट विकसित करने का आग्रह किया गया है।

डॉ देवाशीष भट्टाचार्य ने ज्ञापन भेंट करते हुए मंडलायुक्त से इस विवादित भूमि पर बिल्डर द्वारा टाउनशिप बनाने के प्रोजेक्ट को रिव्यू करने की मांग की। उन्होंने बताया कि ज्ञापन में शहर के बीचोबीच स्थित रेलवे भूमि पर एक निजी बिल्डर द्वारा मेगा आवासीय परिसर के निर्माण के संबंध में लोगों की चिंताओं पर प्रकाश डाला गया है। सदस्यों ने इस परियोजना के गंभीर परिणामों पर जोर दिया और क्षेत्र के लिए ‘हरे फेफड़े’ के रूप में शहर के लिए जंगल विकसित करने का प्रस्ताव रखा।

Read in English: River Connect Campaign demands City Forest development to combat pollution

सदस्यों ने चिंता जताई कि इस जमीन की नीलामी से शहर में पहले से सीमित संसाधनों पर भीड़भाड़, प्रदूषण और दबाव बढ़ेगा। उन्होंने एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल स्थान बनाने के महत्व पर बल दिया जो समुदाय को लाभान्वित करेगा।

ज्ञापन में मेगा परियोजना के निर्माण से पहले एक पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अध्ययन, आगरा विकास प्राधिकरण के योजना विभाग द्वारा व्यवहार्यता अध्ययन, एक यातायात गतिशीलता अध्ययन और सीवर लाइन तथा जल निकासी व्यवस्था का आकलन करने का भी आह्वान किया गया है। जनसंख्या घनत्व पर प्रभाव और यमुना किनारा रोड व जीवनी मंडी से मोतीलाल नेहरू रोड के चौराहे पर वर्तमान यातायात की स्थिति को भी अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों के रूप में उजागर किया गया है।

रिवर कनेक्ट अभियान के बृज खंडेलवाल ने ताज ट्रेपजियम ज़ोन अथॉरिटी से परियोजना को मंजूरी देने से पहले विभिन्न पहलुओं की गहन जांच करने का आग्रह किया है। ज्ञापन पर महंत नंदन श्रोत्रिय, जुगल श्रोत्रिय, निधि पाठक, शहतोष गौतम, दिलीप जैन, शशिकांत उपाध्याय, ज्योति खंडेलवाल, विशाल झा, पद्मिनी अय्यर व रिवर कनेक्ट अभियान के अन्य सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर किए।




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