आगरा : गैर सरकारी स्वैच्छिक संस्था स्फीहा ने अपनी स्थापना के 15 वर्ष पूरे होने व 15वें अन्तर्राष्ट्रीय वृक्षारोपण दिवस के अवसर पर 15000 से अधिक पौधे रोपे।
अंग्रेजी में पढ़ें : Global green push by Taj City NGO
ध्यान रहे, पर्यावरण संरक्षण में लगी स्फीहा ने गत 14 वर्षों में 84 प्रतिशत रोपित पौधों को जीवित रखना सुनिश्चित किया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित, मैरीलैंड युनिवर्सिटी और ग्लोबल वाए ने बताया है कि वर्ष 2020 में पृथ्वी पर 10.4 मिलियन एकड़ ट्रापिकल वन क्षेत्र नष्ट हुआ है। इसमें ब्राज़िलियन एमेज़ौन जैसे स्थान भी प्रभावित हुए। यह वर्ष 2019 की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक हानि है।
इधर, हवाई द्वीप स्थित मौना लाओ वेधशाला द्वारा बताया गया है कि कार्बन उत्सर्जन से जीवाश्म ईंधन जलाने और वन संपदा की कटाई अभी तक की उच्चतम स्तर पर है। वायुमण्डलीय कार्बन डाइऑक्साइड, औद्योगीकरण के पूर्व अंश 278 प्रति मिलियन की तुलना में अब 420 अंश प्रति मिलियन पाया गया है। इन परिस्थितियों में, स्फीहा वृक्षारोपण की गतिविधियों से हरित क्षेत्र बढ़ाने की दिशा में सरकारी एवं अन्य संस्थाओं के प्रयासों को आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है।
इस वर्ष स्फीहा का आयोजन दयालबाग में हुआ। पदाधिकारियों द्वारा पौधारोपण किया गया। आयोजन में राधास्वामी सतसंग सभा के अध्यक्ष जीएस सूद, स्फीहा के अध्यक्ष एमए पठान और पीके कालरा आदि सम्मिलित हुए। कई स्वयंसेवकों ने भी पौधारोपण किया। इनके अलावा, विश्व भर से कई पदाधिकारियों और गणमान्य व्यक्ति ने इंटरनेट और लाइव स्ट्रीम से जुड़कर आयोजन में हिस्सा लिया।
राधास्वमी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुर स्वरूप सूद ने इस अवसर पर स्फीहा को मुबारकबाद दी।
आयोजन के समन्वयक राहुल भटनागर ने इस कार्य पर उत्साह का उल्लेख करते हुए अपनी टीम के स्वयंसेवकों को इसकी सफलता के लिए धन्यवाद दिया।
इस कार्यक्रम को आयोजित करने में पंकज गुप्ता, कर्नल आरके सिंह, विनोद पाठक एवं शब्द मिश्रा ने अहम भूमिका निभाई।
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