पांच दिवसीय कार्यशाला में शल्य चिकित्सकों ने किए नए अनुप्रयोग



आगरा : एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित देश-विदेश के शल्य चिकित्सकों के पांच दिवसीय महाकुंभ का समापन एसीकॉन एवेन्जर्स के सम्मान समारोह के साथ हुआ।

आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला में कुल 8,250 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें मुख्यतः सार्क देश, जापान, इंग्लैंड व अमेरिका शामिल रहे। कुल 119 चिकित्सकों को एसोसिएशन्स ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की फैलोशिप प्रदान की गई। इनमें 10 डॉक्टर अकेले आगरा के शामिल रहे।

आयोजन सचिव डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि एसीकॉन में पहली बार हैंड ऑन 10 पाठ्यक्रमों का आयोजन किया गया। पाठ्यक्रमों में 500 से अधिक नवांकुर शल्य चिकित्सकों को जाने-माने विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया।

कार्यशाला में पहली बार लाइव ऑपरेटिव वर्कशॉप में 28 से अधिक जटिल ऑपरेशन कर शल्य चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया। आयोजन सचिव डॉ. समीर कुमार ने बताया कि कार्यशाला में 300 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। बेस्ट पेपर, बेस्ट पोस्टर आदि अवार्ड से प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।

कोषाध्यक्ष डॉ.सुनील शर्मा के अनुसार कार्यशाला में प्रशिक्षित हुए नवांकुर शल्य चिकित्सकों का लाभ मरीजों को अब ग्रामीण क्षेत्र में भी मिल सकेगा। एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. प्रशान्त गुप्ता ने नए इलाज व जटिल बीमारियों की शल्य चिकित्सा पर मंथन किया।

इस अवसर पर एएसआई के अध्यक्ष डॉ. प्रोबल नियोगी व उपाध्यक्ष डॉ. प्रवीन सूर्यवंशी ने आयोजन समिति के सदस्यों संग एसीकॉन एवन्जर्स को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. ज्ञान प्रकाश, डॉ. अपूर्व चतुर्वेदी, डॉ. प्रशान्त लवानिया आदि उपस्थित रहे।




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